Loan vs Cash – घर खरीदने के लिए क्या बेहतर है?
घर खरीदना ज़िंदगी के सबसे बड़े फैसलों में से एक होता है। जब आप अपने सपनों का घर खरीदने की सोचते हैं, तो सबसे बड़ा सवाल आता है – Cash में खरीदें या Home Loan लें? दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं। आइए समझते हैं कि किस परिस्थिति में क्या बेहतर विकल्प हो सकता है।
कोई EMI नहीं:
जब आप नकद में घर खरीदते हैं, तो आपको हर महीने लोन की EMI देने की टेंशन नहीं होती। इससे आपकी मानसिक शांति बनी रहती है।
ब्याज की बचत:
होम लोन पर बैंक काफी ब्याज लेता है। कैश में पेमेंट करने पर आप इस ब्याज से बच सकते हैं, जिससे कुल खर्च कम हो जाता है।
तेज़ प्रक्रिया:
कैश ट्रांजैक्शन में ज्यादा कागज़ी कार्रवाई नहीं होती, इसलिए प्रॉपर्टी जल्दी आपके नाम हो जाती है।
बिल्डर्स की बेहतर डील:
कई बार बिल्डर्स कैश पेमेंट पर बेहतर डिस्काउंट और ऑफर देते हैं, जिससे आप और भी पैसे बचा सकते हैं।
🏦 Home Loan से घर खरीदने के फायदे:
Tax Benefits:
होम लोन लेने पर आप सेक्शन 80C और 24(b) के तहत टैक्स में छूट पा सकते हैं, जिससे आपकी टैक्स लायबिलिटी कम होती है।
Liquidity बनी रहती है:
लोन लेने पर आपकी सेविंग्स बैंक में बनी रहती हैं, जिससे आप इमरजेंसी में पैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर सुधार:
होम लोन समय पर चुकाने से आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होता है, जो भविष्य में अन्य लोन लेने में मदद करता है।
स्मार्ट इन्वेस्टमेंट:
अगर आप अपनी सेविंग्स को निवेश करके उससे ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं जितना ब्याज लोन पर देना पड़ता है, तो लोन लेना एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है।
❌ दोनों के कुछ नुकसान:
Cash Payment में:
बड़ी रकम इकट्ठा करना मुश्किल हो सकता है।
अगर डील रजिस्टर्ड नहीं है या प्रॉपर डॉक्युमेंट्स नहीं हैं, तो कानूनी दिक्कत हो सकती है।
Loan में:
लंबे समय तक EMI का बोझ रहता है।
डिफॉल्ट होने पर बैंक प्रॉपर्टी जब्त कर सकता है।
✅ कब क्या चुनें?
अगर आपके पास पूरा फंड मौजूद है और आप भविष्य में कोई बड़ा निवेश नहीं सोच रहे, तो कैश में घर खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
लेकिन अगर आप फाइनेंशियली प्लानिंग करना चाहते हैं, सेविंग्स को इन्वेस्ट करना चाहते हैं, और टैक्स में बचत करना चाहते हैं, तो Home Loan लेना बेहतर विकल्प है।
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